बिहार सरकार ने धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री Nitish Kumar की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई Bihar Cabinet Meeting में Sitamarhi के Punaura Dham को Ayodhya की तर्ज पर विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी गई। इस परियोजना पर लगभग ₹883 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
पुनौराधाम को Mata Sita की जन्मस्थली माना जाता है और यह स्थान Mithila क्षेत्र की सांस्कृतिक अस्मिता का प्रतीक है। सरकार की इस योजना का उद्देश्य न केवल धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करना है, बल्कि स्थानीय लोगों को employment opportunities उपलब्ध कराना और क्षेत्र की cultural identity को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करना भी है।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं:
इस मेगा प्रोजेक्ट के तहत पुनौराधाम में भव्य मंदिर, तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र, यात्री निवास, Interpretation Centre, धार्मिक पथ, Parking Zone, Sewage & Drainage System और Green Areas विकसित किए जाएंगे।
इसके साथ ही एक Special Management Committee का गठन किया जाएगा जो इस परियोजना के रखरखाव, संचालन और निगरानी का जिम्मा संभालेगी। योजना के क्रियान्वयन में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, योजनाओं और विशेष निधियों से धन जुटाया जाएगा।
सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में कदम
बिहार सरकार की यह पहल रामायण सर्किट को मजबूत करने और Religious Tourism को बढ़ावा देने की बड़ी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। इससे मिथिला की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार धार्मिक आस्था के प्रमुख केंद्रों को सशक्त करने के लिए लगातार प्रयासरत है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद अब बिहार भी सीता मंदिर के जरिए इस सांस्कृतिक आंदोलन का हिस्सा बन रहा है।
यह परियोजना न केवल बिहार के धार्मिक मानचित्र को विस्तार देगी, बल्कि tourism infrastructure को बेहतर बनाकर आर्थिक विकास को भी गति देगी।