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June 8, 2025

कुर्बानी के लिए Dubai भेजे गए 10,000 बकरे, Rajasthan के पशुपालन मंत्री बोले – “Animal Sacrifice is Against Our Culture”

Bakra Eid के मौके पर राजस्थान से करीब 10,000 बकरे एयर कार्गो के ज़रिए Dubai भेजे गए हैं। इनमें से अधिकांश बकरे Ajmer की बड़ी बकरा मंडी से एक्सपोर्ट किए गए हैं। इस पर अब Rajasthan के पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत का सख्त बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “Animal sacrifice is against Indian culture. If goats have been exported for Qurbani in violation of rules, strict action will be taken.”
मंत्री कुमावत ने कहा कि भारत की संस्कृति ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना पर आधारित है। “हम गाय को माता मानते हैं और आग, पानी, पर्वत, पशु-पक्षी तक की पूजा करते हैं। ऐसे में किसी भी जीव की हत्या, चाहे वह बकरा ही क्यों न हो, सनातन परंपरा में स्वीकार्य नहीं है।”

10,000 Goats Exported to Dubai

Ajmer की मंडियों से जो बकरे भेजे गए हैं, वे विशेष रूप से तैयार किए गए हैं। इनमें कुछ बकरे 7 फीट तक ऊंचे हैं और उन्हें Dry fruits, Milk, Almonds, Cashews जैसी डाइट दी गई है। कारोबारियों ने बकरों के नाम Bollywood Stars जैसे Shahrukh, Salman, Tiger आदि पर रखे हैं ताकि बाजार में इनकी वैल्यू और डिमांड बढ़े।
“There is high demand for Rajasthani goats in Dubai,” व्यापारियों का कहना है। दुबई में इन बकरों की कीमत लाखों में जा रही है।

“Export under rules only”: Minister’s Stand

मंत्री कुमावत ने कहा कि अगर कोई बकरे एक्सपोर्ट कर रहा है तो भारत सरकार की नीति और केंद्र की गाइडलाइन के तहत ही करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस संबंध में केंद्र से Guidelines मंगवाई हैं और यदि नियमों का उल्लंघन हुआ है, तो कार्रवाई निश्चित की जाएगी।
“Qurbani may be part of religious belief for some, but it doesn’t align with our Sanatan values,” उन्होंने दोहराया।

Livestock is part of Rajasthan’s GDP

मंत्री ने यह भी कहा कि ये पशु पशुपालकों की आजीविका का साधन हैं और इनका योगदान राज्य की GDP में भी होता है। इसलिए इन्हें सिर्फ आर्थिक लाभ के लिए बली के रूप में इस्तेमाल करना अनुचित है।

Controversy vs Culture

Bakra Eid (बकरीद) पर बकरों का विदेश भेजा जाना अब एक Culture vs Commerce का मुद्दा बनता जा रहा है। जहां एक तरफ High Demand और Export Market है, वहीं दूसरी ओर Cultural Sentiments और Ethical Concerns भी उभर रहे हैं।
“Sacrificing animals for profit or belief must be within legal and ethical bounds,” मंत्री ने अपनी बात स्पष्ट की।

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