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बीएमसी में ब्लैकलिस्टेड, मेट्रो में काला कारनामा

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बीएमसी द्वारा ब्लैकलिस्ट की गयी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी जे कुमार को मेट्रो के काम से नवाजा गया, ये जानते हुए भी कि बीएमसी रोड घोटाले में जे कुमार इंफ़्रा प्रोजेक्ट्स का नाम सामने आया था, बाकायदा 350 करोड़ के बीएमसी रोड घोटाले में जे कुमार के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज है और अभी भी मामले की जाँच जारी है, इन सब से बेपरवाह मुंबई के मेट्रो के काम के दरमियान एक बार फिर से जे कुमार इंफ़्रा ने घटिया रोड का निर्माण किया जो महज 25 दिनों में ही जर्जर हो गई। अँधेरी लिंक रोड पर इतने गड्ढे हो गए है कि ये सवाल उठ रहा है कि रास्ते में गड्ढा है या फिर गड्ढे में रास्ता। दरअसल मुंबई मेट्रो का काम जोरो पर चल रहा है, दहिसर से डीएन नगर मुंबई मेट्रो फेज 2 ए का काम जे कुमार इंफ़्रा कर रही है और अंधेरी लिंक रोड पर जे कुमार इंफ़्रा ने ठीक 25 दिन पहले रोड का निर्माण कराया था लेकिन पहली ही बारिश ने रोड को ही धो डाला, अंधेरी लिंक रोड की फिलहाल परिस्तिथि इस कदर हो गई है कि रास्ते पर गड्ढे ही गड्ढे नज़र आ रहे है, जाहिर है रोड को बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जरूर निम्न दर्जे की होगी। इसी तरह रोड की लीपापोती के चक्कर में जे कुमार समेत कई ठेकेदारों ने बीएमसी को तो लूटा ही साथ ही जनता के साथ भी खिलवाड़ किया।

गौरतलब है कि अँधेरी लिंक रोड एक अहम रोड है जहाँ से ट्रैफिक भारी मात्रा में गुजरती है ऐसे में गड्ढों से पटे रोड से गुजरना किसी जोखिम से कम नहीं है वो भी ऐसे वक़्त में जब मुंबई की बारिश रास्तों को जलमग्न कर रही है और सड़क के गड्ढों में गिरकर कई बार मुंबईकरों की मौत तक हो चुकी है। कल्याण में हुई एक महिला की मौत ताज़ा उदहारण है जब बरसात के बाद सड़कें तालाब बन गईं, पानी से लबालब सड़कों पर इतने गड्ढे थे कि एक बाइक ने बैलेंस खो दिया, बाइक से महिला नीचे गिरी और महिला को एक बस ने कुचल दिया। गड्ढों का आलम यहाँ भी कुछ इसी तरह है।

मुंबई के रास्तों पर गड्ढे बारिश की पहली बूंदों में ही हो जातें है, मुनाफाखोरी के चलते ठेकेदार कंपनियों पर ना बीएमसी का चाबूक चलता है और ना ही प्रशासन का, इसीलिए ये कंपनियां धड़ल्ले से घटिया दर्जे का काम करती है, बहरहाल अंधेरी लिंक रोड पर हुए गड्ढे भले लोगो को परेशानी का सबब और यातायात में बाधाएं लाए लेकिन ठेकेदार की जेबें जरूर भर रही है, अब इस मसले को लेकर डीएमआरसी लीपापोती कर रही है, डीएमआरसी खुद रास्ते पर गड्ढों की बात मान रही है और इसे जल्द ही भरने का काम किया जायेगा ये आश्वासन भी दिया लेकिन सवाल ये है कि क्या ठेकेदार, मेट्रो प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रही है।