Home हिन्दी फ़ोरम कितना एक्जैक्ट है कर्णाटक चुनाव का एग्जिट पोल।

कितना एक्जैक्ट है कर्णाटक चुनाव का एग्जिट पोल।

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कर्णाटक का शोरगुल खत्म हो गया, ख़त्म हो गयी राजनितिक छींटाकशी, खत्म हुआ प्रचार, ख़त्म हो गया आरोप प्रत्यारोप, बस राजनेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई है कि आखिरकार कर्णाटक की जनता किसे अपना सरताज बनाएगी और किसके सिर का ताज छिनेगा। महज कुछ घंटों के बाद धुंधली तस्वीर आईने की तरह साफ़ हो जाएगी। चुनाव के दरमियान जो भी हुआ ना जनता याद रखती है और ना ही ये राजनेता। सत्ता की सनक इन पर इस तरह हावी होती है कि ये लोग कुर्सी के लिए सारी हदें पार कर देते है। पद की गरिमा तो छोड़िये सामाजिक नैतिकता को भी ये राजनेता ताक पर रखकर जनता को बेवकूफ बनाने में जुट जाते है।यही हुआ इस बार कर्णाटक के चुनाव में। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएम की कुर्सी का ख्वाब देखने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी इस बार प्रचार में क्या उतरे कि एक दूसरे को नीचा दिखाने की सारी हदें पार हो गई, चुनाव हो गए अब ना पीएम कर्णाटक की जनता के बीच रहेंगे और ना ही राहुल गाँधी। हर चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी विदेश घूमने चले जाते है तो राहुल गाँधी अपनी थकान मिटाने के लिए विदेशी टूर करते है। कर्णाटक का ये चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए साख की लड़ाई है जहाँ बीजेपी ने अपने सारे धुरंधर मैदान में उतार दिए और कांग्रेस के राहुल गाँधी अकेले मैदान में डटे रहे। कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है और कांग्रेस के एक मात्र किले को ढहाने की जुगत में लगी है बीजेपी।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 224 में से 222 सीटों के लिए शनिवार को मतदान खत्म हुआ, राज्य के 70% वोटर्स ने अपने मत का इस्तेमाल किया, पिछली बार की तुलना में मतदान 1.5 फीसदी कम रहा, तब सरकार बदल गई थी, 46 साल में तीसरी बार इतनी वोटिंग हुई, इससे पहले 1978 में 71.90% और 2013 में 71.45% मत पड़े। गौरतलब है कि मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ था और कई जगह लंबी कतार होने की वजह सेशाम 6 बजे तक वोट डाले गए। इसके साथ करीब 2655 उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई, राज्य में करीब 4.9 करोड़ मतदाता हैं, इस बार 72 लाख नए वोटर जोड़े गए हैं, इनमें से 3% यानी 15.42 लाख की उम्र 18 से 29 साल के बीच है, इस बार 2655 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, इनमें 391 (15%) दागी और 883 (35%) उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति कांग्रेस के प्रियकृष्ण (1020 करोड़ रुपए) और सबसेकम संपत्ति निर्दलीय दिलीप कुमार (1 हजार रुपए) ने बताई है।

15 मई को ये स्पष्ट हो जायेगा कि कर्णाटक चुनाव में किसका परचम लहराया और कौन फिस्सडी साबित हुआ लेकिन एग्जिट पोल के नतीजे कांग्रेस और बीजेपी दोनों की धड़कनें बढ़ा रहे है। एग्जिट पोल के  कभी बीजेपी की सरकार बनवा रही है तो कभी कांग्रेस की,15 मई को जीत हार के बाद एक खेमे में खुशी होगी और दूसरे में मायूसी, लेकिन तब तक दोनों पार्टियां इन एग्जिटपोल को अपने अपने तरीके से देख कर खुश होने का बहाना खोज सकती है। आईये जानते है कि कौन सा एग्जिट पोल किसकी सरकार बनवा रही है। ज्यादातर एग्जिट पोल के अनुमानों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की संभावना जताई गई है।कुछ चैनलों का अनुमान है कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है। हालांकि कुछ ने कांग्रेस को सबसे अधिक सीटें मिलने की संभावना जताई है। त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनने पर जनता दल सेक्युलर किंगमेकर की भूमिका में होगा।

आजतक-एक्सिस के एग्जिट पोल में भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनेगी। सर्वे में कांग्रेस को सत्ता मिलने की संभावना भी दिख रही है। कांग्रेस को 106-118 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं बीजेपी को 79-92 और जेडीएस को 22-30 सीटें मिलने का अनुमान है।

एबीपी-सी वोटर के एग्जिट पोल में कांग्रेस पर बीजेपी भारी पड़ती दिख रही है। सर्वे में बीजेपी को सबसे ज्यादा 101-103 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि कांग्रेस को 82-94 और जेडीएस को18-31 सीटें मिल सकती हैं।

टाइम्स नाउ-वीएमआर के एग्जिट पोल में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा है, हालांकि यहां कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिख रही है, सर्वे के मुताबिक, बीजेपी को 80-93, कांग्रेस को 90-103 और जेडीएस को 31-39 सीटें मिलने का अनुमान है।

न्यूज एक्स-सीएनएक्स के सर्वे में त्रिशंकु विधानसभा के आसार बनते दिख रहे हैं, इस एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है, हालांकि, बीजेपी को सबसे ज्यादा102-110 सीटें मिलती दिख रही हैं, कांग्रेस को 72-78 और जेडीएस को 35-39 सीटें मिलने का अनुमान है।

रिपब्लिक-जन की बात के एग्जिट पोल में बीजेपी राज्य में सरकार बना सकती है, इस एग्जिट पोल में बीजेपी को 95-114 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि कांग्रेस को 73-82 और जेडीएस को 32-43 सीटें मिल सकती हैं।

ये सभी आंकड़े नेताओं को खुश भी कर रहे है और दुखी भी, इसके पहले भी सभी चुनाओं में एग्जिट पोल आये है, कुछ एग्जिट पोल तो सही साबित हुए है लेकिन कई फेल, ऐसे में सवाल उठता हैकि कितना एक्जैक्ट है कर्णाटक चुनाव का एग्जिट पोल ?