बिहार में इस समय चिलचिलाती गर्मी और तेज़ लू से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सुबह होते ही सूरज की तपिश लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर रही है। Bihar Monsoon 2025 को लेकर हर किसी की नजरें आसमान पर टिकी हैं। ऐसे में India Meteorological Department (IMD) की ओर से राहत भरी खबर सामने आई है। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि 17 जून 2025 से राज्य में मॉनसून के प्रवेश की संभावना है।
तपती धरती, बेहाल जनता
राज्य के विभिन्न इलाकों में Temperature लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है। 12 जून को Patna में सुबह 10 बजे ही पारा 36 डिग्री पार कर गया, वहीं Gaya में तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया। सबसे अधिक गर्मी Buxar में रही, जहां पारा 42 डिग्री को भी पार कर गया। South Bihar में तो हालात इतने खराब हैं कि नंगे पांव चलना किसी सज़ा से कम नहीं लग रहा। गर्मी का असर इतना है कि लोग अपने घरों की ऊपरी मंजिलों को छोड़कर ज़मीन तल पर रहने को मजबूर हैं।
AC-कूलर ने भी छोड़ा साथ
लोगों की तकलीफ इस कदर बढ़ चुकी है कि AC और Cooler भी राहत देने में नाकाम हो रहे हैं। दोपहर में घरों की दीवारें और छतें तंदूर की तरह तप रही हैं। बाहर निकलने पर कार की सीटें और स्टीयरिंग इतना गर्म हो जाता है कि बैठना मुश्किल हो जाता है।
मॉनसून की एंट्री में देरी
हर साल बिहार में Monsoon आमतौर पर 13 से 15 जून के बीच आता है। लेकिन इस बार मौसम के मिज़ाज कुछ बदले-बदले से हैं। IMD Patna के मुताबिक, मानसून अभी तक West Bengal के सीमावर्ती इलाकों में ही अटका हुआ है। 29 मई के बाद इसकी रफ्तार काफी धीमी रही है, हालांकि अब इसमें हल्का सुधार देखा जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि Kishanganj के रास्ते होकर बिहार में 17 जून 2025 को मानसून की आमद संभव है।
कितने दिन और झेलनी होगी गर्मी?
IMD Forecast के अनुसार, अगले 48 घंटों तक गर्मी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। तापमान 38 से 40 डिग्री के बीच बना रहेगा। लेकिन 16 जून से राज्य में हल्का बदलाव देखने को मिल सकता है। तापमान कुछ डिग्री गिरकर 34-36 डिग्री सेल्सियस के बीच आ सकता है। यह आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत मानी जा रही है।
किसान फिर परेशान
गर्मी से सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि Bihar Farmers भी परेशान हैं। देरी से आने वाला मानसून Paddy Farming के लिए संकट खड़ा कर सकता है। पिछले साल भी मॉनसून की अनियमितता ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया था। अब 2025 में दोहराव की आशंका किसानों की चिंता को और बढ़ा रही है। खेतों में बुवाई की तैयारी अधर में लटकी है और किसान लगातार आसमान की ओर उम्मीद लगाए बैठे हैं।
नज़रें टिकी हैं 17 जून पर
फिलहाल राहत की सबसे बड़ी उम्मीद 17 जून से जुड़ी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, इसी तारीख से राज्य में Monsoon Entry in Bihar हो सकती है। तब तक राज्यवासियों को गर्मी की मार सहनी होगी। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि 17 जून के बाद बारिश की पहली बौछार के साथ ही मौसम ठंडा हो जाएगा और राज्य को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।